आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय का आर्यभट्ट टाइम्स का हुआ लोकार्पण*
आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन के मासिक द्विभाषीय ई लैब जर्नल आर्यभट्ट टाइम्स का लोकार्पण एसजेएमसी के सभागार में किया गया।इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ शरद कुमार यादव, विशिष्ट अतिथि के तौर पर दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं मीडिया विभाग के प्रो आतिश पराशर और प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य और देश के ख्यातिलब्ध पत्रकार जयशंकर गुप्त, विवि के कुलसचिव ई रामजी सिंह और स्कूल ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन की प्रभारी डॉ मनीषा प्रकाश उपस्थित रही।
कार्यक्रम में उद्घाटन भाषण एवं स्वागत भाषण आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय की अकादमिक प्रभारी व स्कूल ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन की फैकल्टी इंचार्ज डॉ मनीषा प्रकाश ने किया और आगत मुख्य अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ और उपहार से किया।इसके पश्चात आर्यभट्ट टाइम्स का लोकार्पण सभी गणमान्य अतिथियों के द्वारा किया गया।लोकार्पण के पश्चात कुलपति प्रो डॉ शरद कुमार यादव ने विभाग को शुभकामनाएं दी और जर्नल के विकास में सहयोग देने का आश्वासन दिया। जर्नल के कंटेंट को लेकर उन्होंने कहा कि ऐसे उत्कृष्ट लेखन से विद्यार्थियों की प्रतिभा भी सबके सामने आएगी और आने वाले समय में उन्हें रोजगार उन्मुख करेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि पत्रकारिता के आचार संहिता का पालन हमारे विद्यार्थी करेंगे हमें ऐसी आशा है।विशिष्ट अतिथि प्रो आतिश पराशर ने अपने संबोधन में कहा कि किसी भी संस्थान को अकादमिक ऊंचाई पर ले जाने के लिए ऐसे जर्नल का महत्व बहुत अहम होता है।
ऐसे जर्नल के माध्यम से विश्वविद्यालय में पठन पाठन का माहौल उत्कृष्ट बना रहता है। उन्होंने जर्नल के प्रकाशन में सावधानियों पर भी विस्तार से बताया और साथ ही मीडिया के विद्यार्थियों को शुभकामना दिया कि वें यूं ही अपना योगदान देते रहें। संपादन और लेखन के महत्व को भी उन्होंने विस्तार से समझाया।आगत सम्मानित अतिथि प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य और देश के वरिष्ठ पत्रकार जयशंकर गुप्त ने मीडिया के विद्यार्थियों को तटस्थ होकर लेखन को प्रेरित किया और उन्होंने अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि कैसे पत्रकारिता के आयाम में परिवर्तन आ रहा है जिसको हमें चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए आगे बढ़ना है। उन्होंने विद्यार्थियों के लेखन की तारीफ करते हुए कहा कि अध्ययन करने की आदत डालना होगा और लेखन के विकास के लिए इतिहास को समझते हुए आगे बढ़ना होगा।
कुलसचिव ई रामजी सिंह ने स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आगे चलकर विवि स्तर पर भी ऐसे जर्नल को लांच करने की ओर हमें काम करने की प्रेरणा मिल रही है।कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत करते हुए अपने उद्घाटन संबोधन में बतौर मुख्य संपादक के रूप में डॉ मनीषा प्रकाश ने इस जर्नल के प्रकाशन के उद्देश्य और आने वाले दिनों में इसमें क्या क्या और आयाम होंगे उसकी विस्तृत से रूपरेखा प्रस्तुत किया।